ज्ञान-विज्ञान

सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने ऑस्ट्रेलिया के उस निर्णय का समर्थन किया है,

माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ ने कहा है कि उन्होंने और गूगल के सीईओ सत्या नडेला ने पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और ऑस्ट्रेलिया के संचार मंत्री पॉल फ्लेचर के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में कहा कि माइक्रोसॉफ्ट ताथाकथित न्यूज मीडिया बारगेनिंग कोड का समर्थन करती है। इसके साथ-साथ मॉरिसन ने इस बात की पुष्टि भी की है कि उन्होंने सत्या नडेला से ऑस्ट्रेलिया में गूगल के स्थान पर बिंग का प्रयोग किए जाने पर सहमति जताई है।स्मिथ ने कहा कि उन्होंने सभी सरकारी अधिकारियों और लघु व्यापारियों को यह विश्वास दिलाया है कि कीमतों में बिना हेरफेर किए वह आसानी से अपने एड गूगल के स्थान पर बिंग को दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल इकोसिस्टम और लघु व्यापारियो के हित में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।हालांकि बिंग ऑस्ट्रेलिया में गूगल के बाद सबसे अधिक प्रयोग किए जाने वाला सर्च इंजन है। इसके पास मार्केट के 3.6 प्रतिशत शेयर हैं जबकि गूगल का कहना है कि उसकी 95 प्रतिशत भागीदारी है।स्विनबर्न यूनिवर्सिटी के सीनियर लेक्चरर बेलिंदा बारेनेट ने कहा कि बिंग और अन्य सर्च इंजन गगूल का स्थान ले सकते हैं और इससे बहुत अधिक मुनाफा भी होगा। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे प्लेटफॉर्म भी हैं, विशेषकर गूगल और फेसबुक, जिसमें कई बार गलत जानकारी दी जाती है।इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में लघु व्यापार संगठनों के परिषद के अध्यक्ष पीटर स्ट्रॉग ने कहा है कि यह गलत होगा कि गूगल जाएगा लेकिन इसके स्थान पर बिंग आ जाएगा और परिस्थिति पहले के जैसी ही रहेगी। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलियाई प्रणाली में यदि कोई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और समाचार व्यवसाय एक मूल्य पर सहमत नहीं है तो आर्बिट्रेशन पैनल इस संबंध में निर्णय लेगा।माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ ने कहा है कि उन्होंने और गूगल के सीईओ सत्या नडेला ने पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और ऑस्ट्रेलिया के संचार मंत्री पॉल फ्लेचर के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में कहा कि माइक्रोसॉफ्ट ताथाकथित न्यूज मीडिया बारगेनिंग कोड का समर्थन करती है। इसके साथ-साथ मॉरिसन ने इस बात की पुष्टि भी की है कि उन्होंने सत्या नडेला से ऑस्ट्रेलिया में गूगल के स्थान पर बिंग का प्रयोग किए जाने पर सहमति जताई है।स्मिथ ने कहा कि उन्होंने सभी सरकारी अधिकारियों और लघु व्यापारियों को यह विश्वास दिलाया है कि कीमतों में बिना हेरफेर किए वह आसानी से अपने एड गूगल के स्थान पर बिंग को दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल इकोसिस्टम और लघु व्यापारियो के हित में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।हालांकि बिंग ऑस्ट्रेलिया में गूगल के बाद सबसे अधिक प्रयोग किए जाने वाला सर्च इंजन है। इसके पास मार्केट के 3.6 प्रतिशत शेयर हैं जबकि गूगल का कहना है कि उसकी 95 प्रतिशत भागीदारी है।स्विनबर्न यूनिवर्सिटी के सीनियर लेक्चरर बेलिंदा बारेनेट ने कहा कि बिंग और अन्य सर्च इंजन गगूल का स्थान ले सकते हैं और इससे बहुत अधिक मुनाफा भी होगा। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे प्लेटफॉर्म भी हैं, विशेषकर गूगल और फेसबुक, जिसमें कई बार गलत जानकारी दी जाती है।इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में लघु व्यापार संगठनों के परिषद के अध्यक्ष पीटर स्ट्रॉग ने कहा है कि यह गलत होगा कि गूगल जाएगा लेकिन इसके स्थान पर बिंग आ जाएगा और परिस्थिति पहले के जैसी ही रहेगी। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलियाई प्रणाली में यदि कोई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और समाचार व्यवसाय एक मूल्य पर सहमत नहीं है तो आर्बिट्रेशन पैनल इस संबंध में निर्णय लेगा।

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