कोविड- 19 संकट के बीच बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस ने की अपने पॉलिसीधारकों के लिए नकद बोनस के भुगतान सहित बोनस की घोषणा
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ऐसे समय में जब देश का अधिकांश हिस्सा लिक्विडिटी की कमी से जूझ रहा है और लोग वित्तीय सहायता की तलाश कर रहे हैं, ऐसे में देश की प्रमुख निजी जीवन बीमा कंपनियों में से एक बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस ने अपने पार्टिसिपेटिंग प्लान्स में 31 मार्च 2020 के अनुसार बोनस की घोषणा की है, जिसमें कैश बोनस’ का भुगतान भी शामिल है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए प्रत्यावर्तन, नकद और टर्मिनल बोनस की घोषणा की है, जिससे उन 12 लाख पॉलिसीधारकों को फायदा होने की उम्मीद है जिन्होंने कंपनी में निवेश किया है और कंपनी में अपना विश्वास जताया है। बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर श्री तरुण चुघ ने यह घोषणा करते हुए कहा, ‘‘वर्तमान अभूतपूर्व समय के दौरान भी हमारी महत्वपूर्ण प्राथमिकता यह है कि हम अपने ग्राहकों के जीवन लक्ष्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखें। पिछले साल एक उत्पादक वर्ष था, और हम अब अपने 12 लाख पॉलिसीधारकों के साथ बोनस के रूप में वर्ष के परिणामों को साझा कर रहे हैं। कैश बोनस के माध्यम से मिलने वाली इस अतिरिक्त वित्तीय सहायता से हमें यकीन है कि हमारे कई ग्राहक अपनी कुछ वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होंगे, या आगे अपने जीवन के लक्ष्यों के लिए योजना बनाएंगे।‘‘ बजाज आलियांज लाइफ द्वारा घोषित बोनस दरें इसके सभी 19 पार्टिसिपेटिंग प्लान्स पर लागू होती हैं। सभी लागू पॉलिसियां प्रत्यावर्ती बोनस, टर्मिनल बोनस और कैश बोनस की हकदार होंीे। नकद और टर्मिनल बोनस पेड-अप पॉलिसियों के लिए भी देय होगा। नकद बोनस केवल उसी स्थान पर देय है, जहां यह लागू है। अधिक जानने के लिए पॉलिसी संबंधी नियमों और शर्तों का संदर्भ लें।
गोदरेज अप्लायंसेज ने ऑफलाइन रिटेलर्स को ऑनलाइन बिजनेस चलाने में सक्षम बनाया
भारत के प्रमुख कंज्यूमर अप्लायंसेज ब्रांडए गोदरेज अप्लायंसेज ने ऑफलाइन ट्रेड पार्टनर्स की ऑनलाइन मौजूदगी और डिजिटल तरीके से उन्हें ग्राहकों तक पहुंचाने में सक्षम बनाने हेतु कई कदम उठाये हैं।अभी हम जिस महामारी के दौर से गुजर रहे हैं उसके मद्देनजर देश में ग्राहकों के कार्यव्यवहार में आ रहे बदलाव को देखते हुएए यह आवश्यक हो गया है कि समूचे तंत्र में एक ऐसा परिवर्तन लाया जाये जिससे खरीद प्रक्रिया के दौरान ग्राहकों की सुरक्षा व स्वास्थ्य सुनिश्चित करते हुए उनकी बढ़ती आवश्यकताएं पूरी की जा सके। इस समूचे तंत्र में छोटे दुकानदारों का एक बड़ा हिस्सा शामिल है। ऑनलाइन बिजनेस की दृष्टि से उन्हें आत्मनिर्भर बनाकरए गोदरेज का उद्देश्य ग्राहकोंए ट्रेड पार्टनर्स और कंपनियों सभी के लिए इसे लाभपूर्ण बनाना है। ट्रेड पार्टनर्सए ग्राहकों के साथ कंपनियों के मुख्य इंटरफेस होते हैं और उन्हें ऑनलाइन बिजनेस करने में सक्षम बनाना . ग्राहकों की सुरक्षाए व्यापार की सुरक्षा और संपूर्ण रूप से व्यापार की बेहतरी के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। गूगल माय बिजनेस पर आने वाले व्यापार भागीदारों की सहायता करने के अलावाए ब्रांड अपने 25000 ऑफलाइन रिटेलर्स नेटवर्क में से प्रत्येक को जून के अंत तक फेसबुक बिजनेस पेज पर लाने का लक्ष्य रखता हैए जिसमें से 2300 के लिए फेसबुक बिजनेस पेज बनाये जा चुके हैं। ग्राहकों के लिएए यह उन्हें अप्लायंस की जानकारी तक पहुंचने में मदद करेगा और उन्हें अपने परिचित स्थानीय खुदरा विक्रेताओं से गोदरेज अप्लायंस खरीदने में सहायता करेगा। गोदरेज एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेटए पसंदीदा रिटेलर भागीदारों के थोक और गोदरेज ग्रीन एसी हब के लिए फेसबुक बिजनेस पेज बनाये जा चुके हैं। यह उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से उपभोक्ताओं के साथ लिंक करनेए बातचीत करने और बिक्री में सहायता करेगा। गोदरेज अप्लायंसेज ने उपभोक्ताओं को नए वीडियो.सहायता प्राप्त रिमोट सेलिंग पहलके माध्यम से अप्लायंस खरीदने में मदद करने की व्यवस्था की है। ये नवीन पहल स्वीकृति के संकेत देख रही है। इस पहल के तहतए ग्राहकों को ब्रांड के स्टोर.आधारित सलाहकारों द्वारा वीडियो कॉल के माध्यम से एक अनुसूचित लाइव डेमो का विकल्प प्रदान किया जाता हैए उसके बाद ग्राहक की पसंद के अनुसार विविध भुगतान विकल्प दिए जाते हैं। गोदरेज व्यापक ऑनलाइन ट्रेड एंगेजमेंट प्रोग्राम भी चला रहा है। इसके तहत 5000 व्यापार साझेदारों को उद्योग की बदलती गतिशीलताए तेजी से विकसित हो रहे उपभोक्ता व्यवहार और स्वयं को तैयार करने की आवश्यकताए डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता और तरीकों को रेखांकित करते हैं।
वित्त वर्ष 2019-20 में केनरा एचएसबीसी ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स लाइफ इंश्योरेंस का व्यक्तिगत क्लेम्स सैटलमेंट अनुपात 98.12 फीसदी रहा, आईईवी 2,907 करोड़ रुपए
केनरा एचएसबीसी ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2019-20 के वार्षिक परिणाम घोषित किए हैं और बताया है कि कम्पनी की इंडियन एम्बेडेड वेल्यू 2907 करोड रुपए रही है। पिछले दो वर्ष से कम्पनी बैंकएश्योरेंस चैनल के अलावा डिजिटल बिजनेस और डायरेक्ट सेल्स चैनल को बढाने पर भी फोकस कर रही है। कम्पनी ने संग्रह के लिए कई तरह के विश्लेषणात्मक और प्रवृत्ति मॉडल्स काम में लिए हैं। इससे विभिन्न उत्पादों में कम्पनी की दृढता की दर में काफी इजाफा हुआ है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान कम्पनी ने ग्राहकों की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए कई नए उत्पाद लॉन्च किए हैं जैसे गारंटीड इनकम एडवांटेज प्लान, हैल्थ फर्स्ट प्लान (ऑनलाइन), पेंशन4लाइफ, आईसलेक्ट प्सल, टाइटेनियम प्लस, ग्रुप-ग्रुप टर्म ऐज प्लान, ग्रुप ट्रेडिशनल प्लान आदि। कम्पनी को इसके हेल्थ उत्पाद “हेल्थ फर्स्ट प्लान“ में अच्छी सफलता मिली है। 31 मार्च 2020 तक इसकी 16 हजार पॉलिसी बिक चुकी है। इसके अलावा दीर्घावधि लाभ के साथ नियमित गारंटीड आय के लिए गारंटीड इनकम प्लान और गारंटीड सेविंग्स प्लान भी लाए गए। विभिन्न ग्राहक समूहों में इन्हें भी काफी पसंद किया गया। इसके अलावा कम्पनी ने अपनी वितरण रणनीति को व्यवस्थित किया और मास मार्केट उत्पाद जैसे पीओएस ईजी बीमा और पीओएस ईजी बचत (पॉइंट ऑफ सेल उत्पाद) के जरिए अपनी पहुंच ज्यादा गहरी करने पर फोकस किया। कम्पनी ने अपनी प्रक्रियाओं में दक्षता और उत्पादकता बढाने के लिए नई तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल किया। इससे प्रक्रियाओं को सरल बनाने तथा ग्राहकों के अनुभव और आनंद को बढाने में मदद मिली। टैब आधारित सेल्स प्रक्रिया को अपनाने वालों यह कम्पनी अग्रणी रही। इसके साथ ही कम्पनी ने आईवीआर सेवा विकल्पों, समर्पित मोबाइल सेवा पोर्टल और वॉटसएप बोट तथा वीडियो टेलिकॉलिंग पर भी फोकस किया। कम्पनी के वित्तीय परिणामों के बारे में केनरा एचएसबीसी ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स लाइफ इंश्योरेंस के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर श्री अनुज माथुर ने कहा कि जब तक कोविड- 19 पूरे देश में नहीं आया, तब तक वित्तीय वर्ष 2019-20 हमारे पूरे व्यापार के विकास के लिए काफी अच्छा रहा। कोविड- 19 पर भी कम्पनी ने सबसे पहले काम किया और डिजिटल ऐसेट्स, प्लेटफार्म पर काम किया। ये इसने अपने बैंक साझेदारों के साथ विकसित किए थे और इससे प्रभाव को कम करने में मदद मिली। कम्पनी के फोकस में ग्राहक केन्द्र में बने रहे। हमने पिछले वित्तीय वर्ष में ग्राहकों की सेवा के क्षेत्र में कई नए काम किए। इनमें वॉटसएप और अन्य डिजिटल उपायों के जरिए सेवा शामिल है। व्यक्तिगत व्यापार के लिए हमारा क्लेम सैटलमेंट अनुपात 98.1 प्रतिशत और ओवरऑल आधार पर ग्रुप व्यापार को शामिल करते हुए 99.1 प्रतिशत है। 31 मार्च 2020 को कम्पनी की इंडियन एम्बेडेड वेल्यू 2907 करोड़ रुपए है। कम्पनी लगातार आठ वर्ष से लाभ अर्जित कर रही है और इस वर्ष के लिए कम्पनी का पीबीटी 105 करोड़ रुपए है।
कारोबारी परिदृश्य को बदल सकते हैं सरकारी ई-मार्केटप्लेस
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वर्तमान दौर में जैसा कि हम देख रहे हैं कि देशभर में लोग सोशल डिस्टेंसिंग को एक नए मानदंड के रूप में स्वीकार करने की ओर अग्रसर हो रहे हैं, इसी दौर में व्यवसायों के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू करना है। इस काम में टैक्नोलॉजी सभी संगठनों के लिए उनके आगे बढ़ने की दिशा में एक प्रमुख भूमिका निभा सकती है, चाहे वे बड़े हों या छोटे। ऐसी ही एक प्रभावशाली पहल है गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम), जिसे ‘डिजिटल इंडिया‘ अभियान के तहत लॉन्च किया गया है। प्रवीण कुट्टी, हैड – रिटेल और एसएमई बैंकिंग, डीसीबी बैंक लिमिटेड के अनुसार, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस का उद्देश्य केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अन्य शीर्ष स्वायत्त निकायों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद का तरीका बदलना है। यह प्लेटफॉर्म बड़े पैमाने पर बाजार का प्रतीक है, जिसमें शामिल हैं अनेक आपूर्तिकर्ता/खरीदार, सक्रिय प्रतियोगिता के साथ विविध उत्पाद। यह सरकार को अपने खाता प्रबंधन, अनुपालन प्रक्रियाओं, और व्यय प्रबंधन को केंद्रीकृत करने की अनुमति देता है। गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म निम्नलिखित चार प्रमुख लाभ प्रदान करता हैः पहला, नो एंट्री बैरियर के साथ, सरकार के साथ व्यापार करने की इच्छा रखने वाले बोनाफाइड आपूर्तिकर्ता पोर्टल पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं और वास्तविक समय के आधार पर लिस्टिंग देख सकते हैं। दूसरा, पारदर्शिता बनाए रखने में तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और एंड-टू-एंड सुरक्षा प्रदान करती है। पोर्टल पंजीकरण से लेकर अंतिम भुगतान तक उत्सुक कारोबारियों का समर्थन करता है, जिससे प्रक्रिया सहज हो जाती है। पारदर्शिता और त्वरित क्वेरी मैनेजमेंट को सुनिश्चित करने के लिए क्वेरी रिजॉल्यूशन और निवारण प्रणाली स्थापित की गई है। वास्तव में, प्रत्यक्ष खरीद कुछ ही मिनटों में की जा सकती है क्योंकि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। यह एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है और गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस पर सभी दस्तावेजों को खरीदारों और विक्रेताओं दोनों द्वारा विभिन्न चरणों में ई-साइन किया जाता है। ई-इनवॉयस के तैयार होने के साथ ही विक्रेता बिल में छूट के माध्यम से तुरंत आवश्यक धन जुटा सकता है। तीसरा, ई-बिडिंग, रिवर्स ई-ऑक्शन और डिमांड एग्रीगेशन जैसे टूल्स के साथ, सरकारी उपयोगकर्ता अपने पैसे के लिए सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करते हैं, इस प्रकार बोलियों की गुणवत्ता और ऑर्डर की पूर्ति को कायम रखने में सफल होते हैं। चूंकि सरकारी निकाय खरीद का अनुरोध करता है, इसलिए उन्हें डीसीबी बैंक जैसे भागीदार बैंक में एक गवर्नमेंट पूल अकाउंट (जीपीए) के लिए न्यूनतम बोली राशि का मूल्य हस्तांतरित करना अनिवार्य है। इस तरह यह पेमेंट इंटेंट के डर को दूर करता है। चौथा, विभिन्न चरणों जैसे कि आवश्यकता, बोलियों और खरीद प्रक्रिया आदि के दौरान स्वच्छता जांच के साथ, यह सुनिश्चित किया जाता है कि सप्लाई विशिष्ट मानकों और मानदंडों को पूरा करती है। यह खरीदारों को प्रोडक्ट्स की एक व्यापक रेंज में से अपना प्रोडक्ट चुनने में सक्षम बनाता है और साथ ही इससे अनेक स्थानों के लिए ऑर्डर प्रक्रिया आसान हो जाती है। गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ने पोर्टल पर खरीदार और विभिन्न विक्रेताओं के बीच लेनदेन की सुविधा के लिए कुछ चुनिंदा बैंकों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। यह माल की आवाजाही या सेवाओं की पूर्ति में धन के प्रवाह के लिए मध्यस्थ के रूप में भी काम करता है।वर्तमान में उद्योग के अनेक साझेदारों ने इस कदम का स्वागत किया है, जिसके परिणामस्वरूप देश में लंबे समय तक सार्वजनिक खरीद के क्षेत्र को बड़े पैमाने पर स्वरोजगार के लिए खोला जाएगा।