उत्तर प्रदेशपीलीभीत

गोवल पतीपुरा में समाजवादी चौपाल .

समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव* ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ *बरखेड़ा विधानसभा* के ईटा रोड़ा गांव एवं *बीसलपुर विधानसभा* के गोवल पतीपुरा में *समाजवादी चौपाल* लगाकर भाजपा सरकार की किसान और जनविरोधी नीतियों को उजागर किया और समाजवादी पार्टी की सरकार के किए गए विकास कार्य को जन-जन तक पहुंचाने का संदेश दिया।
       पूर्व जिला अध्यक्ष आनंद सिंह यादव ने कहा कि आज भाजपा की सरकार में तानाशाही, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी एवं अपराध उत्तर प्रदेश में चरम सीमा पर है । अभी हाल ही में उन्नाव में महिला उत्पीड़न की जघन्य घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बेटियों के लिए काल बन चुके भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में सत्ता संरक्षित नृशंस अत्याचार की एक और विचलित कर देने वाली घटना हुई है।
    जंगल में पेड़ में बांधकर दो दलित लड़कियों की हत्या कर दी गयी और एक अति गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। यह अत्यंत दुःखद घटना है। भाजपा के कारण महिलाओं और बेटियों के लिये यूपी सबसे असुरक्षित प्रदेश बन गया है। यह सूबे की जनता के लिए डरावना संदेश है। दिन दहाड़े बलात्कार, छेड़खानी और महिला उत्पीड़न पर अंकुश लगाने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल है। भाजपा सरकार की महिला सुरक्षा के प्रति कोई नीति नहीं है। भाजपा की विचारधारा आधी आबादी को उपेक्षा से देखती हैं, महिला सम्मान और सुरक्षा की सभी व्यवस्थाओं को मौजूदा सरकार ने ध्वस्त कर दिया है। समाजवादी सरकार में विश्वस्तरीय महिला सुरक्षा तंत्र 1090 वूमेन पावर हेल्पलाईन को भी वर्तमान सरकार ने बर्बाद कर दिया। भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश अब ‘हत्या प्रदेश‘ बन गया है।
    फिर उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ के समीपवर्ती जिले उन्नाव में हुयी घटना यह साबित कर रही है कि यूपी में जंगलराज कायम हो गया है। दलित उत्पीड़न और बच्चियों के साथ लगातार हो रही घटनाओं से प्रदेश का जनमानस आक्रोशित है।
    उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा द्वारा दिये गये पिछले विधान सभा के चुनावी नारे ‘बहुत हुआ नारी पर वार‘ की सच्चाई जानना चाहती है। महिला विरोधी भाजपा सरकार प्रदेश में अविलम्ब महिलाओं की सुरक्षा से खिलवाड़ बंद नहीं हुआ तो समाजवादी पार्टी सड़को पर उतर कर इसका पुरजोर विरोध करेगी।
       चौपाल में प्रमुख रूप से यूनुस अंसारी, हीरा लाल गंगवार, जैनुल बसर, महिपाल, मिथिलेश गंगवार, मोहम्मद जाहिद, चरन सिंह यादव, सर्वेश यादव, इकबाल अहमद, के पी सिंह यादव, विशाल बाल्मीकि, गौरव पासवान, सेठ पाल सिंह यादव, सर्वेश सिंह यादव, श्रवण कुमार, भगवान दास, छदम्मी लाल कश्यप, राकेश भारती आदि प्रमुख लोग रहे।

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