उत्तर प्रदेशसुल्तानपुर

*महाराज सुहेलदेव वैश्य की जाति पर हो रही राजनीति से भाले-सुलतान क्षत्रिय समाज में रोष*

सुल्तानपुर-भालेसुलतान क्षत्रिय समाज की बैठक अध्यक्ष राय भानु प्रताप सिंह की अध्यक्षता में मां बैकुण्ठी भवानी धाम, ग्राम उमरा, जनपद सुलतानपुर उ0 प्र0 के प्रांगण में संम्पन्न हुई ।बैठक में समाज के सम्मानित व्यक्तियों एवं समिति के पदाधिकारियों ने भाग लिया।बैठक का उद्देश्य महाराज सुहेलदेव बैस की जाति के नाम पर हो रही राजनीति का विरोध और यह मांग किया जाना थी कि उनके इतिहास और वंशावली के साथ छेड़-छाड़ न की जाए। बैठक के दौरान सम्मानित सदस्यों ने बताया कि महराज सुहेलदेव बैस की स्मृति  में एक स्मारक की आधार शिला सरकार द्वारा आगामी 16 फरवरी को बहराइच में रखी जानी है। विगत कुछ वर्षों से भिन्न भिन्न समाज के लोगों द्वारा महाराजा सुहेलदेव बैस को अलग अलग जाति/समाज का बताया जाता रहा है जो कि पूर्णतः गलत है।
 महराज सुहेलदेव, जिन्होंने 11वी शताब्दी में आक्रांता सैयद सालार मसूद गाजी को चीतौरा झील, बहराइच के पास हुए युद्ध मे अन्य कई राजाओ के साथ मिलकर मार डाला था, वे राजा शालवाहन के वंश में उत्त्पन बैस क्षत्रिय थे।  राष्ट्रीय स्तर के क्षत्रिय इतिहासकारों और स्थानीय इतिहासकार इस बात से पूर्ण रूप से सहमत है कि महाराज सुहेलदेव बैस का जन्म राजा शालवाहन के वंशज राजा त्रिलोकचंद प्रथम के वंश में ही हुआ है, जिसे बैस क्षत्रिय वंश के नाम से जाना जाता रहा है। इस संबंध में साक्ष्य सरकार के गज़ेटियर और अन्य प्रामाणिक श्रोतों में भी मौजूद है। भाले सुलतान क्षत्रिय समाज भी बैस वंश का ही अंग है। समिति के अध्यक्ष राय भानु प्रताप सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक साक्ष्य होने  के बावजूद भी जिस तरह महाराज सुहेलदेव बैस के इतिहास के साथ छेड़छाड़ हो रही है वह निंदनीय है। महाराज सुहेलदेव बैस, न केवल बैस समाज के पूर्वज और प्रेरणा स्रोत है बल्कि राष्ट्रीय स्मिता और जिजीविषा के ध्वजवाहक भी है । भालेसुलतान क्षत्रिय समाज में  इतिहास से हो रही इस तरह की छेड़ छाड़ से घोर रोष व्याप्त है। समस्त भालेसुलतान क्षत्रिय इस की कठोर निंदा करते है। बैठक में शामिल सदस्यों ने महाराजा सुहेलदेव बैस का स्मारक बनाये जाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार और माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति आभार प्रकट किया और अनुरोध किया कि महराज सुहेलदेव बैस के इतिहास के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाय अन्यथा समस्त भालेसुलतान क्षत्रिय समाज आन्दोलन के लिये विवश होगा। बैठक में महामंत्री शिव दयाल सिंह , कोषाध्यक्ष ओंकार सिंह विभाकर,उपाध्यक्ष विजय सिंह,मंत्री अमरेश प्रताप सिंह,  प्रचार प्रसार मंत्री अवधेश सिंह पूरे यादोराय ,अभय सिंह नारे अधिवक्ता अवधेश सिंह राय विक्रम सिंह ,संजय सिंह बॉबी, आशुतोष सिंह,शिव शंकर सिंह ,जय कुमार सिंह प्रमोद सिंह,  राम धीरज सिंह, श्रवण सिंह, राजदीप सिंह ,देवपाल सिंह व भारी संख्या में भालेसुलतान क्षत्रिय मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button