जो बाइडेन का शपथ ग्रहण आज और इस मौके पर अमेरिका को अमेरिकियों से खतरा
अमेरिका को आज 46वां राष्ट्रपति मिल जाएगा। डेमोक्रेट जोसेफ आर बाइडेन जूनियर यानी जो बाइडेन (78) अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। कार्यक्रम कैपिटल हिल यानी अमेरिकी संसद में बुधवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे) होगा। बाइडेन सिर्फ 35 शब्दों में पद की शपथ लेंगे। समारोह इस बार हमेशा की तरह भव्य नहीं होगा। कोरोनावायरस की वजह से भीड़ नहीं जुटेगी। इस बार एक हजार से 1200 लोग ही शपथ ग्रहण में हिस्सा ले पाएंगे। सभी मेहमानों के लिए सख्त हेल्थ प्रोटोकॉल रहेगा।
यह पहली बार होगा कि अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में अमेरिकियों से ही खतरा महसूस किया जा रहा है। 7 जनवरी को इलेक्टोरल वोट की काउंटिंग के दौरान कैपिटल हिल्स के अंदर और बाहर हिंसा हुई थी। उस वक्त ट्रम्प समर्थकों ने अमेरिकी संसद के अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ की थी। लिहाजा अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां ज्यादा ऐहतियात बरत रही हैं।
कौन दिलाएगा शपथ?
चीफ जस्टिस जॉन जी रॉबर्ट जूनियर कैपिटल हिल्स के वेस्ट फ्रंट पर बाइडेन को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद राष्ट्रपति बाइडेन ‘इनॉगरल स्पीच’ देंगे। इसमें अमेरिकी मतदाताओं का शुक्रिया अदा करेंगे। स्पीच के बाद सैन्य टुकड़ी की समीक्षा करेंगे।
सिंगर लेडी गागा नेशनल एंथम गाएंगी। इवेंट में जेनिफर लोपेज की भी म्यूजिकल परफॉर्मेंस होगी। इसके बाद बाइडेन और वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस ‘प्रेसिडेंट एस्कॉर्ट’ में कैपिटल हिल से व्हाइट हाउस जाएंगे। आमतौर पर करीब 3 लाख लोग सड़क के दोनों ओर खड़े होकर इसे देखते हैं। इस बार ऐसा नहीं होगा।
खास गेस्ट कौन होंगे?
डोनाल्ड ट्रम्प तो सेरेमनी में शामिल नहीं हो रहे हैं। उनकी जगह उपराष्ट्रपति माइक पेंस शिरकत करेंगे। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा भी आ रहे हैं। वॉशिंगटन के एक थिंकटैंक ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूट के फैलो एलेन कामार्क का कहना है कि पेंस का आना सबसे अहमियत रखता है। पेंस लोगों को ये समझाना चाहते हैं कि सिर्फ रिपब्लिकन पार्टी ट्रम्प के दायरे में सिमटी नहीं है।
बेहद सख्त सुरक्षा घेरा
- 20 हजार सैनिकों की तैनाती की गई है। सीक्रेट सर्विस इसे ‘जीरो फेल मिशन’ बता रही है यानी किसी भी सूरत में गड़बड़ होने नहीं दी जाएगी।
- कैपिटल हिल में कड़ी सुरक्षा के तहत बैरिकेड्स और चेकपॉइंट्स लगाए गए हैं। पूरी संसद को 7 फीट (करीब 2 मीटर) ऊंची फेंसिंग से घेर दिया गया है।
- कैपिटल हिल के पास की सड़कों को बंद कर दिया गया है। नेशनल पार्क सर्विस ने पर्यटकों को लिए वॉशिंगटन मॉन्युमेंट को फिलहाल बंद कर दिया गया है।
- सीक्रेट सर्विस और फेडरल एजेंसीज के अलावा एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस अलर्ट मोड पर है। यह व्यवस्थाएं 30 दिन तक जारी रहेंगी।
80% इवेंट्स वर्चुअल
बाइडेन ने दिसंबर में कहा था- इस बार इनॉगरेशन डे (शपथ ग्रहण वाला दिन) कुछ अलग होगा। परेड समेत ज्यादातर इवेंट्स वर्चुअल होंगे। राज्यों की राजधानियों में अलग-अलग कल्चरल प्रोग्राम होंगे। इनमें लोकल बैंड्स परफॉर्म करेंगे। कोविड-19 से जंग लड़ने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी याद किया जाएगा। डेमोक्रेट सांसद जेम्स क्लीबर्ग ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड (SMG) से कहा- 75% से 80% इवेंट्स वर्चुअल होंगे।
सेरेमनी कमेटी की अपील- घर से देखें कार्यक्रम
हर बार इनॉगरेशन सेरेमनी में लाखों लोग शामिल होते हैं। जॉइंट कांग्रेस कमेटी सेरेमनी के टिकट बांट रही है, लेकिन ये टिकट सिर्फ कांग्रेस के सदस्य और अन्य दल के सदस्यों के लिए हैं। कोरोना के कारण आम लोगों को इस बार टिकट नहीं मिल रहा है। कमेटी ने लोगों से घर से ही वर्चुअल इवेंट में शामिल होने की अपील की है। प्रेसिडेंशियल इनॉगरेशन कमेटी सभी इवेंट लाइव करेगी।
हर सांसद के साथ सिर्फ एक गेस्ट
पहले अमेरिकी संसद के दोनों सदनों (सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) के सांसदों को कुल मिलाकर 2 लाख टिकट या पास दिए जाते थे। ये इन्हें अपने संसदीय क्षेत्रों के लोगों में बांट देते थे। इस बार हर सांसद को सिर्फ 2 टिकट ही मिलेंगे। यानी हर सांसद (कुल 538 सांसद) के साथ सिर्फ एक मेहमान आ सकता है।
40 साल में ऐसे बढ़ता गया भाषणों का समय
1940 से 1980 के बीच औसतन 1,612 शब्दों का उपयोग हुआ। 1980 से 2013 के बीच यह बढ़कर 2,120 शब्द हुए। 2013 में ओबामा का भाषण 20 मिनट का ही था। इस दौरान उन्होंने करीब दो हजार शब्द बोले थे।
सबसे लंबा भाषण: विलियम हेनरी हैरिसन का 1841 का भाषण। 1 घंटे 45 मिनट के भाषण में 8445 शब्द बोले। भीषण ठंड में बिना हैट और कोट पहने हैरिसन को बाद में निमोनिया हो गया था और राष्ट्रपति बनने के एक महीने बाद ही उनका निधन हो गया।
सबसे छोटा भाषण: पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन का भाषण। 1793 के इस भाषण में केवल 135 शब्द इस्तेमाल हुए।
टीवी पर देखा गया पहला भाषण: 1949 में हैरी एस. ट्रूमैन का भाषण टीवी पर प्रसारित होने वाला ऐसा पहला भाषण था। उस समय अमेरिकी घरों में केवल 44 हजार टीवी सेट ही मौजूद थे।