Lucknow Coronavirus News: वर्ष 2020 के मुकाबले 21 साबित हुआ कोरोना, रिकार्ड 1333 संक्रमित
लखनऊ, वर्ष 2020 के मुकाबले कोरोना बुधवार को 21 साबित हो गया। एक दिन में सर्वाधिक 1333 संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, पिछले वर्ष रोजाना संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या कभी भी 1300 के आंकड़े को पार नहीं कर सकी थी। मगर 2021 में मार्च की शुरुआत से ही कोरोना ने घातक रुख अख्तियार कर लिया है। बुधवार को छह संक्रमितों की मौत हो गई। पिछले वर्ष 18 सितंबर को सर्वाधिक 1244 लोग संक्रमण की चपेट में आए थे। विशेषज्ञों के अनुसार अगले तीन से चार सप्ताह में संक्रमण के मामले और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं। सीएमओ डा. संजय भटनागर ने कहा कि सभी लोग घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। हजरतगंज स्थित निजी बैंक के 11 कर्मचारी संक्रमित हुए हैं।
बलरामपुर अस्पताल के चार डाक्टर व पांच कर्मचारी और संक्रमित हो गए हैं। एक हफ्ते में यहां करीब 20 डाक्टर व स्टाफ संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। यहां लैब के कर्मी भी संक्रमित होने से जांच पर संकट गहरा गया है। बुधवार को 469 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। निदेशक डा. राजीव लोचन ने केजीएमयू से जांच समय से मुहैया कराने की गुजारिश की है। वहीं, सिविल में भी कोरोना जांच कराना मुश्किल हो गया है। अब यहां जांच कराने वालों को टोकन दिया जाएगा। निदेशक डा. सुभाष एस सुंदरियाल के मुताबिक स्क्रीनिंग के बाद डाक्टर मरीजों की कोविड जांच लिखेंगे। सीधे किसी मरीज की जांच नहीं की जाएगी।
केजीएमयू कुलपति कार्यालय के दस कर्मचारी और संक्रमित
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) कुलपति डा. बिपिन पुरी के बाद अब उनके कार्यालय के दस कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सभी संक्रमित कर्मचारी होम आइसोलेशन में हैं। कुलपति कार्यालय में बड़ी संख्या में डाक्टर व कर्मचारियों का आना-जाना रहता है इस कारण अन्य कर्मियों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को कुलपति डा. बिपिन पुरी में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद कार्यालय में तैनात 28 कर्मचारियों की जांच हुई, जिसमें दस लोग संक्रमित मिले। इसमें लिपिक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं। वहीं, बोर्ड रूम समेत दूसरे कक्ष में डाक्टरों के संग बैठकें होती हैं। सूत्रों के मुताबिक सोमवार और मंगलवार को भी बैठकें हुई हैं, जिसमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी चाय-पानी देते हैं। ऐसे में डाक्टरों व अन्य कर्मियों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। उधर, कुलपति कार्यालय में 28 में से 10 कर्मचारियों के संक्रमित होने के चलते कामकाज प्रभावित हो रहा है।