उत्तर प्रदेशसुल्तानपुर
सऊदी में फंसे पति को सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक की मदद से वतन लाने में सफल रही पत्नी
ब्यूरो रिपोर्ट प्रेम शंकर पाण्डे
कादीपुर सुलतानपुर कादीपुर तहसील क्षेत्र के पहाड़पुर बस्ती निवासी महेंद्र कुमार अपनी गरीबी से उबरने को लेकर रोजी-रोटी की तलाश में विदेश जाने के लिए एक एजेंट से मुलाकात की और एजेंट ने महेंद्र से मोटी रकम लेकर सऊदी अरब भेज दिया लेकिन एक दो माह सब कुछ ठीक-ठाक बीतने के बाद महेंद्र के मालिक सऊदी अरब में महेंद्र की प्रताड़ना करना शुरू कर दिए महेंद्र ने बताया कि मेरे मालिक ने दिन भर मुझे पहाड़ियों पर बकरी चराने के साथ ही मुझसे मेरी क्षमता से अधिक काम लेने लगे और समय से ठीक ढंग से भोजन और पानी भी नहीं दे रहे थे यहां तक की सऊदी अरब में महेंद्र के मालिक ने महेंद्र से मोबाइल भी छीन लिया था और महेंद्र की सैलरी भी नहीं दे रहा था जिससे महेंद्र सऊदी अरब में काफी परेशान रहने लगा और अपनी प्रताड़ना अपनी पत्नी पुष्पा देवी से किसी तरह बताएं -पत्नी पति की प्रताड़ना की खबर सुनते ही पुष्पा भी परेशान रहने लगी और अपनी फरियाद लेकर अपने ही गांव में भाजपा विधायक राजेश गौतम चौखट पर गई और विधायक से बताई वही मामले को समझते ही पूरे मामले को कादीपुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक को बुलाकर प्रकरण को देखने की बात कही वहीं उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए महेंद्र को अपने वतन वापस लाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक लखनऊ से लेकर दिल्ली तक लगभग नौ माह तक अधिकारियों से अपनी पैरवी करते रहे और अंत में अब्दुल हक को महेंद्र को अपने वतन वापसी लाने में सफलता मिल ही गई सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक ने मीडिया को बताया कि कोरोना के कारण महेंद्र को अपने वतन वापसी आने में ज्यादा समय लगा है नहीं तो बहुत पहले महेंद्र अपने घर वापस आ जाते वही महेंद्र की पत्नी पुष्पा देवी ने बताया ने बताया कि परिवार में गरीबी के चलते जीना दुश्वार था मेरे पास दो बच्चियां उनका लालन-पालन, शिक्षा-दिक्षा और फिर आगे चलकर शादी-ब्याह का खर्च था इन्हीं सब कारणो से मेरे पति महेंद्र घर से हजारों किलोमीटर दूर सऊदी अरब में नौकरी करने चले गए थे जहां वो पूरी तरह फंस चुके थे मेरे पती के कफील (मालिक) सैलरी तक नही दे रहा। जिससे मेरे पति काफी परेशान थे और आप बीती मुझे फोन पर बताएं और मैं मदद के लिए विधायक के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक से मुलाकात की सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक ने विदेश मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई और काफी प्रयास किए जिसका नतीजा यह रहा कि मेरे पति जल्द ही अपने मालिक के चंगुल से छूटकर अब घर लौट आए हैं सामाजिक कार्यकर्ता मेरे लिए किसी भगवान से कम नहीं है और मैं अपने पति के घर आने की खुशी में कादीपुर पहुंचकर अब्दुल हक सहित अन्य लोगों को मिठाई खिलाई आपको बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हक विगत पाच वर्षों से विदेश में फंसे लोगों को वतन वापसी लाने का कार्य कर रहे हैं और अस्पताल में निवास करने के साथ ही तमाम गरीब लोगों की मदद अस्पताल में भी करते रहते हैं
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