मदन चौरसिया जिला संवाददाता उन्नाव
उन्नाव। पब्लिक की लहर ।हिलौली विकास खण्ड के गांव बरदहा मे बन रहे अंत्येष्टि स्थल मे हो रहे भारी भ्रष्टाचार को छुपाने मे सम्बन्धित अपना रहे तरह तरह के हथकंडा,जहाँ एक ओर निर्माण कार्य मे घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर भारी भरकम रकम का बन्दर बाट करने के किये जा रहे अनेक उपाय उक्त निर्माण कार्य को लेकर जब सम्बन्धित अधिकारियों समेत ग्राम प्रधान से बात की गई तो सबके अलग अलग बयानों से भृष्टाचार की भारी बू आ रही है । मामला विकास खण्ड हिलौली की ग्राम सभा बरदहा का है जहां सारे नियम कैदे कानून ताखपर रखकर अत्येंष्टि स्थल का घटिया निर्माण कार्य हो रहा है।इस सम्बंध मे जब खण्ड विकास अधिकारी से पूछा गया कि ग्राम पंचायत बरदहा मे बन रहे अंत्येष्टि स्थल की निविदा किस अखबार मे और किस दिनांक को प्रकाशित हुई,खण्ड विकास अधिकारी ने जबाब दिया कि मुझे इस विषय मे जानकारी नही है,आपको मै एक नम्बर दे रहा हू जो कि एडीओ पंचायत रवि शर्मा का है जिन्हें इस विषय मे पूर्ण जानकारी है,एडीओ पंचायत रविशर्मा से जब पूछा की अंत्येष्टि स्थल कार्य मे कितनी लागत स्वीकृत हुई और किस फर्म को टेन्डर दिया गया और किस दिनांक को निविदा आमंत्रित की गई ,एडीओ रविशर्मा ने भी टालते हुए कहा मुझे जानकारी नही आप ग्राम पंचायत अधिकारी से बात करें उन्हीं को मालूम होगा,ग्राम पंचायत अधिकारी धीरेंद्र यादव ने कई टालमटोल जवाब देते हुए कहा कि उक्त अंत्येष्टि स्थल की निविदा दिसम्बर माह 2021मे अखबार मे प्रकाशित हुई, जब ग्राम पंचायत अधिकारी से यह जानकारी ली गई कि उक्त निविदा किस फर्म को स्वीकृत हुई तो उन्होंने बताया कि मुझे याद नही अभी थोडी देर मे बता रहा हूँ,लगभग एक घन्टे बाद उन्होंने जिन फर्मों का नाम बताया वह चौकाने वाले है जैसे शारदा ब्रिक फिल्ड,द्विवेदी टेडर्स,राजधानी इन्टरप्राइजेज, किंग इण्टर प्राइजेज, को अंत्येष्टि स्थल निर्माण का टेन्डर दिया गया है ।पहले धीरेन्द्र यादव ने बताया उक्त टेन्डर एक फर्म को दी गई ,लेकिन जब दूबारा पूछा गया तो उन्होंने कई र्टेडर्स के नाम बताकर चौकाने कर चौकाने वाला काम किया।इस सम्बंध मे जब ग्राम प्रधान मनोराम से पूछा गया कि आपकी पंचायत मे बन रहे अंत्येष्टि स्थल का टेन्डर कब प्रकाशित कराया गया,तब उन्होंने बताया कि मै पहले कोई टेन्डर प्रकाशित नही कराता हू,कार्य हो जाने के बाद प्रकाशित कराता हूँ जिसका उदाहरण देते हुए बताया कि पूर्व मे हमने दो नालियां बनवाई थी जिसमे एक रामसेवक के घर औसान के घर तक और दूसरी अशोक के घर से सुरेश के घर तक की निविदा ग्राम विकास अधिकारी ने बाद मे प्रकाशित करवायी थी,इसलिये जब अंत्येष्टि स्थल का निर्माण पूर्ण हो जायेगा तब मंत्री जी किसी अखबार मे निकलवायेगें,तब मै आपको जानकारी दूंगा।इसके बाद पुनः ग्राम विकास अधिकारी से सम्पर्क किया गया और पूछा गया तो टेन्डर कार्य होने से पहले प्रकाशित कराते है कि बाद मे तब उन्होंने ने बताया कि टेन्डर कार्य होने एक सप्ताह पहले प्रकाशित कराया जाता है कार्य हो जाने के बाद प्रकाशित कराने का क्या औचित्य ,प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की बातो मेविरोधाभास नजर आता देख कारण स्पष्ट हो रहा है की टेन्डर प्रकाशित कराने मे प्रधान को जानकारी नही दी जाती ,जबकि यह प्रक्रिया ग्राम पंचायत की खुली बैठक मे आमंत्रित निविदाएं खोली जाती है ,फिलहाल ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर समपर्क कर जांच की मांग की है।