पीलीभीत जंगल में घुसपैठ करने लगे शिकारी
महोफ, माला, हरीपुर और दियोरिया रेंज में विभाजित है। प्रत्येक रेंज में अलग-अलग सेक्शन हैं। वैसे तो अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक जंगल में भ्रमण करते रहते हैं। बरसात के मौसम में कर्मियों की गश्त में मुश्किलें आने लगती हैं। खासकर बराही रेंज के अधीन आने वाले लग्गा भग्गा वन क्षेत्र में गश्त काफी दुरुह कार्य होता है। वहां तक जाने आने के लिए शारदा नदी पार करनी पड़ती है। बरसात के दिनों में जंगल के अंदर पानी भरने से रास्ते दलदल हो जाते हैं। ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए वाहनों के माध्यम से जंगल में गश्त करने में दिक्कतें आने लगती हैं। अभी तो मानसून शुरू भी नहीं हुआ लेकिन शिकारियों की गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। गत दिवस गजरौला और हजारा क्षेत्रों में वन विभाग की टीमों की सतर्कता से शिकारियों को दबोच लिया गया। दरअसल बरसात के दिनों में शिकारियों से लेकर कटरुआ (जंगली सब्जी) बीनने वालों की घुसपैठ की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में वन विभाग की ओर से मानसून सीजन के दौरान गश्त को प्रभावी बनाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है।