उत्तर प्रदेशपीलीभीत
पीलीभीत गोशालाओं में न हो जलभराव, चारा-पानी की न होने दें कमी,
डीएगोशालाओं में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। जलभराव न होने दें। हरा चारा, पानी, चोकर आदि की पूरी उपलब्धता रहे। अगर कहीं गौशालाओं में कोई गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित अफसर जिम्मेदार माने जाएंगे। डीएम ने ऐसे निर्देश दिए हैं। गांधी सभागार में डीएम पुलकित खरे ने गौशाला सम्बन्धी जनपदस्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्याकंन एवं समीक्षा समिति, मनरेगा के तहत निर्मित अस्थाई गौस्थलों की समीक्षा की। ललौरीखेडा, बिलसण्डा, मरौरी, दियूरिया कलां, देवीपुरा, नूरपुर आदि गौशालाओं में जलभराव न होने के निर्देश दिए। ललौरीखेडा के ऐमी में निर्मित अस्थाई गौशालाओं में तार फेसिंग, पूरनपुर के ग्राम रूद्रपुर में विद्युत कनेक्शन कराए के निर्देश दिए। क्षेत्र में कम से कम 100-100 क्षमता की नई अस्थाई गौशालाओं के निर्माण के लिए तहसीलदार से सम्पर्क स्थापित कर भूमि का चयन कर सूचना दें। सहभागिता योजना के तहत उप पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजकुमार की प्रगति कम होने पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को चेतावनी के निर्देश दिए। पौधोरोपण से पहले गड्डों की करा लें खोदाई जुलाई में होने वाले पौधारोपण के लिए डीएम ने मंगलवार को वर्चुवल बैठक कर 27 विभागों की समीक्षा की। डीएम के निर्देश दिए कि विभागीय लक्ष्य के सापेक्ष पौधोरापण के लिए गढ्ढे खुदवाएं। डीएफओ से कहा कि बुधवार की शाम तक जो विभाग गढ्डे की संख्यों की फीडिंग न पूरे करने वालों की सूचना दें। डीएफओ ने बताया कि करीब 31 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।