ब्रिटेन में वैक्सीनेशन का ट्रायल रहा कामयाब,
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 10.20 करोड़ से ज्यादा हो गया। 7 करोड़ 38 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 21 लाख 99 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। दुनिया में सबसे पहले वैक्सीनेशन को अप्रूवल देने वाले ब्रिटेन से एक और अच्छी खबर आ रही है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि देश में नोवावैक्स वैक्सीन के ट्रायल्स भी कामयाब रहे हैं। दूसरी तरफ, फ्रांस सरकार को वैक्सीन शॉर्टेज की आशंका सता रही है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने भी वैक्सीनेशन कराया है।
गुटरेस ने वैक्सीन लगवाई
UN सेक्रेटरी जनरल एंतोनियो गुटरेस ने गुरुवार को न्यूयॉर्क में वैक्सीनेशन कराया। UN चीफ ब्रान्क्स के वैक्सीन सेंटर पहुंचे और यहां मीडिया के सामने वैक्सीनेशन कराया। बाद में कहा- मैं खुशकिस्मत हूं और उन लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मुझे वैक्सीनेट किया। इस महामारी में कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है, जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हो जाते। अगर हम वैक्सीनेशन को तवज्जो देंगे और इसे गंभीरता से लेंगे तो बहुत जल्द इस महामारी को रोका जा सके।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने क्या कहा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार रात कहा कि देश में नोवावैक्स वैक्सीन के सभी ट्रायल्स कामयाब रहे हैं। जॉनसन ने कहा- मेरे पास एक अच्छी खबर है। हमारे यहां नोवावैक्स वैक्सीन के ट्रायल्स चल रहे थे, ये काफी कामयाब साबित हुए हैं। इन ट्रायल्स में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों का शुक्रिया। हमारा रेग्युलेटर अब वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है। अगर इसे मंजूरी मिलती है तो हम 6 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर देंगे। हेल्थ मिनिस्टर मैट हनूक ने इस बड़ी जीत बताया। ट्रायल्स के दौरान इस वैक्सीन को 89.3% इफेक्टिव पाया गया है। गुरुवार को ही यह रिजल्ट्स जारी किए गए हैं।
UN ने भारत को सराहा
यूनाइटेड नेशंस चीफ एंतोनियो गुटरेस ने कहा है कि आने वाले वक्त में भारत ग्लोबल वैक्सीनेशन में अहम भूमिका निभाएगा। गुरुवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- ग्लोबल वैक्सीनेशन प्रोग्राम और प्रोडक्शन में भारत हमारे लिए बेशकीमती है। भारत में हाईलेवल प्रोडक्शन कैपेसिटी है और हम भारत की वैक्सीन बनाने वाली यूनिट्स के लगातार संपर्क में हैं। हम पूरी उम्मीद और भरोसा है कि आने वाले दिनों में भारत वैक्सीन सप्लाई और प्रोडक्शन में सबसे अहम रोल निभाएगा। उसकी मदद से हम ग्लोबल वैक्सीनेशन प्रोग्राम पूरा कर पाएंगे।
अमेरिका में कॉलेजों में संक्रमण का खतरा
अमेरिका में हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि आने वाले दिनों में कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। गुरुवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में इन स्थानों को हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है। नर्सिंग होम्स और जेलों में खतरे की आशंका जताई गई है। एक स्टडी के आधार पर यह आकलन किया गया है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अलावा विस्कॉन्सिन के रिसचर्स ने इसमें हिस्सा लिया है।
फ्रांस में बढ़ सकता है संकट
फ्रांस सरकार ने माना है कि देश के वैक्सीन प्रोग्राम को री-शेड्यूल करने की नौबत आ सकती है क्योंकि इसकी कमी हो सकती है। देश की हेल्थ मिनिस्ट्री ने गुरुवार को जारी बयान में यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, फ्रांस सरकार को मॉडर्ना वैक्सीन की जितनी डोज चाहिए थीं, उसकी सप्लाई 25% कम हुई है और इसी वजह से वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर असर पड़ा है। हालांकि, फाइजर की करीब 2 लाख वैक्सीन सरकार के पास पहुंच चुकी हैं, लेकिन ये जरूरत के हिसाब से बहुत कम हैं। अकेले पेरिस में ही फरवरी के पहले हफ्ते के लिए 20 हजार रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
चीन श्रीलंका को 3 लाख डोज डोनेट करेगा
भारत के कई देशों को वैक्सीन सप्लाई किए जाने के बाद चीन भी इस राह पर चल पड़ा है। वह श्रीलंका को 3 लाख डोज डोनेट करेगा। गुरुवार को ही भारत ने भी श्रीलंका को वैक्सीन के 5 लाख और बहरीन को एक लाख डोज भेजे हैं।
कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात
देश | संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 26,338,607 | 443,769 | 16,070,127 |
भारत | 10,720,971 | 154,047 | 10,393,162 |
ब्राजील | 9,060,786 | 221,676 | 7,923,794 |
रूस | 3,793,810 | 71,651 | 3,229,258 |
UK | 3,743,734 | 103,126 | 1,673,936 |
फ्रांस | 3,106,859 | 74,456 | 220,570 |
स्पेन | 2,774,014 | 57,291 | N/A |
इटली | 2,501,147 | 86,889 | 1,936,289 |
तुर्की | 2,449,839 | 25,476 | 2,331,314 |
जर्मनी | 2,184,378 | 55,587 | 1,883,700 |
(ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus/ के मुताबिक हैं)