VIRAL FEVAR वायरल फीवर और डायरिया के लक्षण और बचाव
कई शहरों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिसके कारण गाजियाबाद और जीबी नगर में बाहरी रोगी विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ती नजर आई. बता दें कि ये मरीज वायरल बुखार (अपतंस मिअमत बंेमे) और डायरिया के संक्रमण के कारण डिहाइड्रेशन यानि निर्जलीकरण की समस्या से ग्रस्त थे. निर्जलीकरण, वायरल और दस्त के मुख्य कारणों में से एक है. वहीं इसके पीछे एक कारण धूप के संपर्क में आने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीना भी है. ऐसे में लोग तापमान को ध्यान में रखकर अपने खाने और पीने का ध्यान रखें. लोगों को डायरिया और वायरल फीवर दोनों के लक्षणों के बारे में पता होना जरूरी है. जानते हैं कोरोना की नई लहर के मरीजों में मिल रहे ये अलग लक्षण, सुस्ती, कमजोरी और….
डायरिया के लक्षण
पेट में दर्द होना
जी मचलाना या उल्टी आना
पेट में ऐंठन महसूस करना
भूख की कमी होना
सिरदर्द की समस्या होना
बुखार की समस्या होना
लगातार प्यास लगना
स्थिति के गंभीर होने पर मल में खून आना
डिहाइड्रेशन की समस्या होना
दिन में कई बार मल त्यागने जाना
बता दें कि यूरिन टेस्ट, ब्लड टेस्ट, मल टेस्ट, रेक्टल टेस्ट आदि के माध्यम से डायरिया की समस्या का पता लगाया जाता है. शरीर में पानी की होती है कमी, तो दिखते हैं ये 10 लक्षण
वायरल फीवर के लक्षण
सिर दर्द की समस्या
आंखों का लाल होना
आंखों में जलन महसूस करना
गले में दर्द महसूस करना
सर्दी होना
शरीर में दर्द होना
शरीर के तापमान का बढ़ना
जोड़ों में दर्द महसूस करना
डायरिया और वायरल फीवर से बचाव
भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें.
डिहाइड्रेशन से बचें.
इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत रखें.
दूषित पानी का सेवन न करें.
बदलते मौसम में बाहर की चीजें खाने से बचें.
गुनगुने पानी का सेवन करें.
संतुलित आहार का सेवन करें
वायरल बुखार से ग्रस्त रोगियों के संपर्क में आने से बचें.