प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी मुख्यमंत्रियों के साथ आभासी बैठक :अच्छे परिणाम की ओर देश के बढते कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी मुख्यमंत्रियों के साथ आभासी बैठक(वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ) की शुरुआत हो चुकी है . चूंकि ये बैठकें विशेष रूप से कोविड -19 महामारी से संबंधित चुनौतियों के संबंध में हैं, इसलिए राज्यों को दो समूहों में विभाजित किया गया है जो इस बात पर आधारित हैं कि वर्तमान में वो राज्य इस महामारी में किस स्थिति में है.
कोविड -19 के संक्रमण का प्रसार देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग लक्षण दिखा रहा है और यह प्रसार आने वाले महीनों में भी जारी रहेगा. एक दूसरे के साथ मुश्किल से सामंजस्य करने वाले कुछ राज्य पहले से ही इस स्थिति सुधार के दौड़ में प्रतिकूल परिणाम दिखा चुकें हैं. राज्यों का संसाधनों और रणनीतियों में पूरी तरह आपसी समन्वय से चलना ही देश को इस भयावह परिस्थिति से बाहर निकाल सकता है.
राज्यों का इस मुश्किल घड़ी में आपसी राजनीति से दूर रहने में ही जनता की भलाई है. एनडीए को भी राजस्थान ,महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में सरकार के साथ सहयोग और साथ बनाये रखने की आवश्यकता है. ऐसे राज्यों के लिए जहां राजकोषीय से लेकर चिकित्सीय संसाधन तक की हालात खराब है, उनके लिए केंद्र को जरुरी सामग्री उपलब्ध करने और कोविड -19 महामारी से बचने में काम आने वाली उपयोगी जानकारी हासिल करवाने के लिए एक मजबूत स्तंभ के समान खड़ा रहना चाहिए.
इस परिपेक्ष्य में केंद्रीय गृह मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री के बीच बैठक हुई जिसमे कोविड -19 महामारी से जूझ रहे राजधानी दिल्ली की अभी की स्थिति के आंकलन और परीक्षण में दिल्ली को केंद्र से बुनियादी समर्थन और साथ का दृढ आश्वासन मिला.इसी क्रम में केंद्र की और राज्यों से भी बातचीत होगी और देश में करोना की वास्तविक स्थिति का ना सिर्फ आंकलन होगा बल्कि इससे बिगड़े हालत को सुधारने के लिए कुछ और ठोस कदम उठाये जाने की संभावना है.
अमृता श्रीवास्तव ,
बैंगलोर