गणतंत्र दिवस की परेड से पहले शुरू हो गई ट्रैक्टर रैली
नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान आज दिल्ली के 3 बॉर्डर से ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने 12 बजे रैली शुरू करने का समय दिया था, लेकिन सिंघु और टीकरी बॉर्डर से किसानों के एक-एक गुट तय समय से पहले ही रवाना हो गए। दोनों बॉर्डर पर किसानों ने खुद ही बैरिकेड तोड़ना शुरू कर दिया।
सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने जो ट्रक खड़े कर रखे थे, किसानों ने उन्हें ट्रैक्टरों से धकेल कर हटा दिया और जो कंटेनर रखे गए थे उन्हें भी ट्रैक्टर से बांधकर हटा दिया। सिंघु और टीकरी बॉर्डर से किसानों के जत्थे पैदल भी मार्च कर रहे हैं। उधर गाजीपुर बॉर्डर पर भी बैरिकेड हटाने की तैयारी चल रही है।
अपडेट्स
- सिंघु बॉर्डर से बैरिकेड हटाकर किसानों का पहला जत्था तय समय से काफी पहले निकल गया है। माना जा रहा है कि ये लोग तय रूट से अलग हटकर दिल्ली में घुसने की तैयारी के साथ निकले हैं। किसानों के जिन वॉलंटियर्स को पूरी सुरक्षा व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी दी गई थी, वो भी पहले जत्थे के निकलने के काफी देर बाद सिंघु बॉर्डर से रवाना हुए।
- सिंघु बॉर्डर पर रैली में सबसे आगे पालकी साहिब, निहंग फौज और पंज प्यारे रहेंगे। इसके बाद किसान नेताओं की गाड़ियां और फिर उनके पीछे ट्रैक्टर रहेंगे। ट्रैक्टरों पर तिरंगे के साथ खालसा के झंडे भी लगे हैं।
- गाजीपुर बॉर्डर पर ज्यादातर किसान पश्चिमी UP से आए हैं। यहां पहुंचे ट्रैक्टरों की संख्या 10 से 15 हजार के बीच बताई जा रही है। रूट को लेकर किसानों के बीच असमंजस की स्थिति दिख रही है। लेकिन, भाकियू के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के बाद पुलिस के दिए रूट पर ही परेड निकालेंगे।
- टीकरी बॉर्डर पर युवाओं का समूह मंच के पास डटा हुआ है। पुलिस ने बैरिकेड नहीं हटाए तो किसानों ने ही हटाने शुरू कर दिए। बाद में पुलिस खुद भी बैरिकेड हटाने में जुट गई।
गणतंत्र दिवस की परेड के बाद शुरू होगी ट्रैक्टर रैली
गणतंत्र दिवस की परेड पहले 8.2 किमी लंबी होती थी। विजय चौक से लाल किले तक जाती थी। इस बार 3.3 किमी लंबी होगी और विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। इसके खत्म होने के बाद ही किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत दी गई है। किसान दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक रैली निकाल सकेंगे।
- सिंघु बॉर्डर: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, डीटीयू, शाहाबाद डेयरी, बरवाला, पूथ खुर्द, कंझावला, टी पॉइंट, बवाना टी पाइंट, कंझावला चौक, कुतुबगढ़, औचंदी बॉर्डर, खरखोदा टोल प्लाजा।
- टीकरी बॉर्डर: नांगलोई, बपरोला, नजफगढ़, फिरनी रोड, झरोडा बॉर्डर, रोहतक बाइपास (बहादुरगढ़), असोदा टोल प्लाजा।
- गाजीपुर बॉर्डर: अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड, भोपुर, आईएमएस कॉलेज, लालकुआं, गाजीपुर बॉर्डर।
तीनों बॉर्डर से रिपोर्ट
1. सिंघु बॉर्डर: ट्रैक्टरों की 35 से 40 किमी लंबी कतार
यहां ट्रैक्टरों की 35 से 40 किमी लंबी कतार लग गई। सिंघु बॉर्डर पर रात से ही नारेबाजी होने लगी थी। युवा किसान ‘ट्रैक्टर दे नाल ट्रॉली जाउं’ और ‘रैली करेंगे रिंग रोड पर’ जैसे नारे लगा रहे थे।
युवा किसानों की नारेबाजी एक समय इतना बढ़ गई थी कि किसान नेता लक्खा सडाना को मंच से कहना पड़ा कि जैसा आप चाहेंगे वैसा ही होगा। हालांकि, सरकार से बातचीत में शामिल किसान नेताओं का कहना है कि परेड पुलिस के दिए रूट पर ही निकाली जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था : सिंघु बॉर्डर पर रात को पुलिस फोर्स कम नजर आई, लेकिन सुबह बढ़ा दी गई।
2. टीकरी बॉर्डर: 60 हजार ट्रैक्टर पहुंचने का दावा
टीकरी बॉर्डर पर 60 हजार ट्रैक्टर पहुंचने का दावा किया जा रहा है। ट्रैक्टरों के अलावा यहां किसान बड़ी संख्या दुपहिया वाहन लेकर भी पहुंचे हैं। दुपहिया वाहनों को परेड में जाने दिया जाएगा या नहीं, यह अभी साफ नहीं है।
सुरक्षा व्यवस्था : टीकरी बॉर्डर पर RAF की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
3. गाजीपुर: 15 हजार ट्रैक्टर पहुंचने का अनुमान
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है। इस सीमा से आने वाले ज्यादातर ट्रैक्टर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आए हैं। यहां 15 हजार ट्रैक्टर पहुंचने का अनुमान है।
सुरक्षा व्यवस्था : यूपी और दिल्ली दोनों तरफ पुलिस के साथ RAF तैनात की गई है।