डॉ. फिक्सिट कोविड-19 के प्रकोप के दौरान बिल्डिंग्स की मानसून-पूर्व वाटरप्रूफिंग में देगा कंट्रैक्टर्स को सहयोग
जहां कोविड-19 महामारी से लड़ाई में लागू किये गये लॉकडाउन में ढील दी जाने लगी है, वहीं मानसून देश में दस्तक देने के लिए तैयार है। यूं तो सामान्य तौर पर इससे राहत मिलेगी, लेकिन इससे घरों के लीकेज की समस्या अधिक बढ़ जायेगी और इमारतों को नुकसान पहुंचेगा। इसका व्यापक प्रभाव उन घरों व इमारतों में रहने वाले लोगों पर पड़ेगा, जिनके लिए इस वर्ष बारिश आने से पहले वाटरप्रूफिंग किया जाना बेहद जरूरी है। अनुमानत:, 6-8 प्रतिशत ऐसी इमारतें व भवन हैं जिनका बारिश से पहले मरम्मत कराया जाना अत्यावश्यक है। बिल्डिंग्स की संपूर्ण संरचना सुनिश्चित करने में वाटरप्रूफिंग कंट्रैक्टर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और वो मानसून से पहले कराये जाने वाले घरों के मरम्मत कार्यों से होने वाली कमाई पर काफी हद तक निर्भर होते हैं।
हालांकि, इस वर्ष लोगों अपने स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क हो गये हैं और संभव है कि वो अपने घरों में काम के लिए आने वाले वर्कर्स को लेकर अत्यधिक सावधानी बरतें। ऐसे में, लोगों की इस चिंता को दूर करना आवश्यक हो जाता है, क्योंकि इसके चलते घरों की मरम्मत व उनकी वाटरप्रूफिंग के कामों में कमी आ सकती है जिसका असर वाटरप्रूफिंग कम्यूनिटी की कमाई पर पड़ेगा।
इसे ध्यान में रखते हुए, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कंस्ट्रक्शन एवं वाटरप्रूफिंग एक्सपर्ट, डॉ. फिक्सिट ने कई पहल किये हैं, जिनसे हजारों मेहनतकश वाटरप्रूफिंग कंट्रैक्टर्स को लाभ मिलेगा। इससे न केवल उन्हें उनकी आजीविका बचाने में मदद मिलेगी, बल्कि उन ग्राहकों को भी फायदा होगा जिन्हें घरों के वाटरप्रूफिंग की सख्त आवश्यकता है।
यह प्रोग्राम 10 शहरों – मुंबई, दिल्ली, पुणे, हैदराबाद
कंट्रैक्टर/यूजर सुरक्षा प्रशिक्षण: पहला उद्देश्य है, कंट्रैक्टर्स को साइट पर काम के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए उनके व उनके वर्कर्स द्वारा आवश्यक रूप से पालन किये जाने वाले सभी सुरक्षा पहलुओं का प्रशिक्षण देना और कंट्रैक्टर्स को इसका प्रमाणन प्रदान करना। डॉ. फिक्सिट ने कंट्रैक्टर्स के लिए संपूर्ण प्रशिक्षण एवं प्रमाणन प्रोग्राम शुरू किया है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत, उन्हें बताया जा रहा है कि वो किस तरह से अपनी वर्क साइट पर अपनी स्वयं की, अपने वर्कर्स की और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। इस प्रोग्राम में एमएचए और डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी सावधानियों का प्रशिक्षण व उनकी जानकारी दी जा रही है। पाठ्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों की विधिवत परीक्षा होती है और सफल प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र दिया जाता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चलाये जा रहे सर्टीफिकेशन प्रशिक्षण से कंट्रैक्टर्स को संभावित ग्राहकों का डर दूर करने और वाटरप्रूफिंग का नया काम तलाशने में मदद मिल रही है। यही नहीं, डॉ. फिक्सिट ने संपूर्ण प्रशिक्षण का ऑडियो-विजुअल भी तैयार कराया है, जिससे उपयोगकर्ताओं को कोरोना संकट के दौरान साइट पर काम करने के तरीके के बारे में मार्गदर्शन मिल सकेगा।
प्रभावी तरीके से कार्य पूरा करना: दूसरा उद्देश्य है, कंट्रैक्टर्स/यूजर्स को एडवांस्ड वाटरप्रूफिंग तकनीकों के बारे में तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना, जिससे कि वो गुणवत्ता के कठोर मानकों के अनुरूप कम वर्कर्स के साथ समूचे काम को तेजी से पूरा करने में सक्षम हो सकें।
इसके लिए, डॉ. फिक्सिट की टीमें एडवांस्ड वाटरप्रूफिंग तकनीकों जैसे मशीनीकृत उपकरणों व यंत्रों का उपयोग के बारे में तकनीकी प्रशिक्षण दे रही हैं जिससे उन्हें सर्वोत्तम गुणवत्ता के साथ शीघ्रतापूर्वक काम पूरा करने में मदद मिलेगी। डॉ. फिक्सिट ने कई ऐसी कंपनियों के साथ सहयोग भी स्थापित किया है, जो इन उपकरणों व यंत्रों को बनाती हैं और इन मशीनों के बारे में इनके उपयोगकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
अपने मेहनतकश और सुरक्षा-प्रशिक्षित कंट्रैक्टर्स व उनकी टीमों के मानसिक सुकून के लिए, डॉ. फिक्सिट ने उन्हें नि:शुल्क कोविड इंश्योरेंस कवर प्रदान करने के लिए भी कहा है।
पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, कंस्ट्रक्शन केमिकल्स (रिटेल), श्री नीलेश मजूमदार ने कहा, ”वाटरप्रूफिंग कंट्रैक्टर्स हमारे इकोसिस्टम का अभिन्न हिस्सा हैं, चूंकि वो संपूर्ण इमारत व घरों को सुरक्षित रखने में सहायता करते हैं। हमें आशा है कि इस पहल से वो ग्राहकों को सुरक्षा को लेकर संपूर्ण रूप से आश्वस्त कर सकते हैं और कुशलतापूर्वक वाटरप्रूफिंग का काम कर सकते हैं।”